डीजल, गैस और एफडीआई पर फैसले के बाद लगा कि यूपीए के सहयोगी तूफान मचा देंगे और सरकार उड़ जाएगी. लेकिन ऐसा लग नहीं रहा है. खबर है कि सरकार को अल्टीमेटम देने वाली ममता बनर्जी की पार्टी खुद ही इस मुद्दे पर एमकत नहीं है. यानी सरकार तमाम हलचल के बावजूद बिल्कुल सलामत दिखाई पड़ रही है.