प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चुनिंदा संपादकों की मुलाकात में साफ किया कि लोकपाल बिल पर मंत्रिमंडल और पार्टी के बीच मतभेद हैं और सरकार का समर्थन कर रहीं विभिन्न पार्टियों के मत भी अलग-अलग हैं. उनका कहना है कि वह व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री के पद को लोकपाल के दायरे में लाने के खिलाफ नहीं है.