पिछले साल अन्ना ने आवाज दी और देशभर से सैकड़ों लोग अन्ना से जुड़े. एक बार फिर जनलोकपाल के लिए अन्ना ने आवाज दी है लेकिन लोगों में वो वाली गरमजोशी नहीं दिख रही जो पिछले अनशनों के दौरान दिख रही थी. तो क्या अन्ना का आंदोलन फीका पड़ रहा है?