पेट्रोलियम पदार्थों के मामले में स्थिति लगातार जटिल होती जा रही है. डालर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर दो साल के निचले स्तर तक चले जाने से तेल कंपनियों को पेट्रोल के दाम तीन रुपये लीटर तक बढ़ाने पड़ सकते हैं.