महंगा प्याज रुला रहा है, तो सस्ता आलू किसानों को रुला रहा है. आलू उगाने वाले किसान परेशान हैं क्योंकि थोक मंडी में आलू को डेढ रूबये के भाव से लेने वाला भी नहीं है, जबकि सरकारी दुकानों पर 35 रूपये किलो में बढ़िया प्याज नहीं मिलता.