कौन बनेगा राष्ट्रपति ये मुद्दा जितना आसान हो सकता था, उतना ही जटिल होता जा रहा है. सियासत इतनी गरमा चुकी है कि कोई भी पार्टी इससे अछूती नहीं है. ममता बनर्जी की दिल्ली यात्रा ने तो इस मुद्दे को और उलझा दिया है.