जनता की गाढ़ी कमाई बर्बाद, एक के बाद एक नई डेडलाइन, प्रोजेक्ट की लागत में करोड़ो की बढ़ोत्तरी और पब्लिक परेशान. दिल्ली के तमाम बड़े प्रोजेक्ट के हालात कुछ ऐसे ही हैं. लेटलतीफी और लापरवाही के चलते काम पूरे नहीं हो रहे हैं और सरकार के अलग-अलग विभाग एक दूसरे पर आरोपों का ठीकरा फोड़ रहे हैं.