राज कपूर, एक ऐसा अजीमोशान शोमैन, जिसके लिए जिंदगी सिनेमा थी और सिनेमा जिंदगी. जैसा किरदार, वैसा अदाकार, दुनिया का मनोरंजन जिसका मकसद था. लोगों के होंठों पर मुस्कान बिखेरने को जिसने अपना मजहब बना लिया. शो मैन का तमाशा वाकई खत्म नहीं हुआ, जब जब फिल्मों की बात चलेगी, राजकपूर के जिक्र के बगैर बात कभी पूरी नहीं होगी.