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फिर आई गजलों के शहंशाह की याद

फिर आई गजलों के शहंशाह की याद

दिल ने फिर याद किया उस आवाज को जिसमें डूब कर दिल की हर खलिश मिट जाती थी. वो आवाज, जो मुहब्बत का हसीन अहसास थी और रहेगी,  जो इश्क से अनजान धड़कनों को भी प्यार करना सिखा देती. मखमली आवाज के शहंशाह जगजीत सिंह का आज जन्मदिन है, और इस खास मौके पर दिल ने उन्हे फिर याद किया है.

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