चीफ जस्टिस एसएच कपाड़िया ने एक बेबाक बयान में कहा है कि जवावदेही बिल लाए जाने में कोई बुराई नहीं है लेकिन इससे न्यायिक आजादी में दखल नहीं पड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को रास्ता दिखाना उनका काम नहीं है लेकिन न्यायिक आजादी की अहमियत बताना जरूरी है. जस्टिस कपाड़िया ने सरकार को सलाह दी है कि क़ानून बनाते वक्त क़ानून के जानकारों की राय ली जानी चाहिए. चीफ़ जस्टिस ने न्यायाधीशों को भी फ़ैसले लिखते वक्त संविधान के ढांचे का ख्याल रखने की हिदायत दी है.