जैसे ही सरकार ने भारत रत्न देने का दायरा बढ़ाया चारों ओर खुशी की लहर दौड़ गयी. देश भर में इस पहल का स्वागत हुआ और हर कोई इस बीच बहस चल निकली कि पहला भारत रत्न किसे मिलना चाहिए- सचिन तेंदुलकर का या हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को.