पलके नम हैं, दिल भारी है, आवाज रुंआसी है..क्य़ोकिं जिंदगी और जिंदादिली का सबसे बड़ा पुजारी दोनों को अलविदा कहकर चला गया. जितने दुखी आप हैं, जितने दुखी हम हैं उतने ही दुखी खुद सचिन हैं. आम तौर पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स से दूर रहने वाले सचिन को जैसे ही ये खबर आजतक से मिली उन्होंने देव साहब की याद में श्रद्धाजंलि ट्विट कर दी.