एक के बाद एक, साल दर साल, आप अखबारों में पढ़ते हैं, टीवी पर देखते हैं कि फलां शहर में स्कूल बस ने एक बच्चे को रौंद दिया. कहीं स्कूल बस तेज गति का शिकार हो गया, जिसमे कई बच्चों की मौत हो गई. मासूमों की बेरहम मौत का ये सिलसिला अभी भी जारी है. 24 घंटे के भीतर 3 बच्चों की काल की वजह बने ये स्कूली बस. आखिर किसकी लापरवाही का शिकार बन रहे हैं हमारे नौनिहाल.