जब ज़िंदगी मौत से भी बदतर हो जाए तो क्या इंसान को मरने की इजाज़त मिलनी चाहिए. इस सवाल पर छिड़ी बहस को आज एक मुकाम मिल सकता है. अरुणा शानबाग़ मामले में सुप्रीम कोर्ट आज अपना फ़ैसला सुनाएगा.