पूर्व दूरसंचार उद्यमी और राज्यसभा सांसद राजीव चन्द्रशेखर को लिखे एक खुले पत्र में रतन टाटा ने यह कहते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है कि उसके शासनकाल में भी दूरसंचार नीति में कई खामियां थीं. टाटा ने इस पत्र के जरिए 2001 से अब तक स्पेक्ट्रम आबंटन की जांच कराए जाने का समर्थन किया है.