बहुचर्चित लोकपाल बिल लोकसभा में सरकार की ओर से पेश कर दिया गया. उसके बाद उसे संसद की स्थायी समिति के पास भेज दिया गया. दूसरी तरफ, अन्ना हजारे ने अपने गांव रालेगन सिद्धि में सरकारी बिल की प्रतियां जलाईं.