भोपाल में एक हाइप्रोफाइल हत्याकांड की उलझी हुई जांच. आरटीआई एक्टिविस्ट शहला मसूद की हत्या के मामले में सवाल उठ रहा है कि वो किसी वर्चस्व की लड़ाई में तो नहीं मारी गई?  कहीं आरटीआई के तहत मांगी जा रही जानकारियां ही तो उसकी दुश्मन नहीं बन गईं?