अप्रैल का महीना तो ठीक-ठाक गुज़रा, मई की शुरुआत भी ठीक ही रही, लेकिन जाती हुई मई की गर्मी ने हाहाकार मचा दिया है. धूप इस कदर तीखी हो रही है कि लोग तपिश से परेशान हैं. जैसे-जैसे दिन चढ़ता है, सड़कें सूनी पड़ती जाती हैं. बाहर निकलने से लोग जहां तक मुमकिन है, परहेज़ कर रहे हैं. फिर भी, नौकरी, व्यापार, पढ़ाई और दूसरे ज़रूरी कामों के लिए लोगों को निकलना ही पड़ रहा है.