खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना की लहरों ने एक बार फिर दिल्ली वालों की नींद उड़ा दी है. हथिनीकुंड बराज से छोड़ा गया 7 लाख 44 हज़ार क्यूसेक पानी दोपहर तक यमुना के किनारों पर फैल सकता है. हकीकत ये है कि दिल्ली के निचले इलाकों में सैलाब का पानी पहले भी घुस चुका है. ऐसा लगता है कि निचले इलाकों में रहने वालों को राहत के लिए भी और लंबा इंतजार करना पडोगा.