सरकार ने साफ कर दिया है कि अफजल गुरू का श्ाव परिवार को नहीं सौंपा जाएगा लेकिन अफजल का सारा सामान उसकी पत्नी को सौंप दिया जाएगा. इसके अलावा परिवार को उसकी कब्र में जाकर फातीहा पढ़ने की इजाजत दी जा सकती है.