ह्यूस्टन में दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र के दो ताकतवर नेताओं के आगे पाकिस्तान बेहद बौना साबित हुआ. आतंकवाद के मुद्दे पर मोदी और ट्रंप दोनों ने नाम लिए बिना पाकिस्तान की जमकर धुलाई की.