जिस वक़्त अंग्रेज़ भारत छोड़ रहे थे महात्मा गांधी कोलकाता में थे. बदलाव के उस सदौर में दंगों से दुखी होकर वो अमन और शांति के लिये अनशन पर बैठे थे. आज पश्चिम बंगाल एक और बड़े बदलाव से गुज़र चुका है. क्या कहा कोलकाता ने अपने चिर परिचित महात्मा से.