आज से ठीक दस साल पहले खबरों की दुनिया में एक शहनशाह ने कदम रखा. दस साल पहले जब आधे घंटे के एक न्यूज बुलेटिन ने खबरों की दुनिया में आजतक के रूप में पहचान बनाई, तो लोगों को समाचार सुनने के साथ ही साथ मिला उन्हें महसूस करने का अनुभव. वो लोगों की पसंद और स्नेह ही था कि आधे घंटे से चौबीस घंटे के समाचार चैनल के रूप में आजतक का खबरों की दुनियां एक आंदोलन के रूप में उभरा. आजतक के इन स्वर्णिम दस सालों के सफर की एक झलक आपके सामने पेश है...