फुगाना में दोनों समुदायों की जनसंख्या लगभग बराबर है. यहां एक समुदाय 47 और दूसरा समुदाय 40 प्रतिशत है. 8 सितंबर को फुगाना में जो कहर बरपा उसे यहां का कोई वाशिंदा नहीं भुला सकता. यहां 42 हजार से ज्यादा लोग अपने ही गांव में शरणार्थी बन गए. यहां पुलिस के पास दंगाईयों से निपटने के लिए फोर्स और हथियार दोनों ही कम थे.