आंदोलन एक ऐसा शब्द, जिससे सरकारें घबराती भी रहीं और कुचलने से कतराई भी नहीं. आजादी के बाद बीते चार दशकों में कई मौके ऐसे आए जब आंदोलनों ने तख्त गिराए और ताज उछाले. देखिए जयप्रकाश नारायण का कांग्रेस विरोधी आंदोलन, जिसने इस देश में मौजूदा राजनीति की आधारशिला रखी.