किसी हादसे के बाद लोग रो रहें हों, बिलख रहे हों तो इस बीच क्या आपको नींद आ सकती है. आप कहेंगे नहीं. लेकिन मलवां रेल हादसे में मदद के लिए पहुंचे फतेहपुर के एसपी साहब को लोगों की चीखें शायद लोरियां लग रही थीं, तभी तो वो रातभर अपनी गाड़ी में खर्राटे मारते रहे.