मिलावटखोरों ने बाजार तक नकली मावा और खोया पहुंचाने का नया रास्ता ढूंढा है. पकड़े जाने से बचने के लिए मिलावटखोर अब सरकारी बसों के जरिए मिलावटी सामान एक शहर से दूसरे शहर भेज रहे हैं.