एक किन्नर मां बनी और ऐसी मां बनी कि उसकी कहानी पर आज विज्ञापन बना है. किन्नरों को राजनीति में, समाजसेवा में, पुलिस में, शिक्षा के क्षेत्र में नाम कमाते देखा है, लेकिन गौरी सावंत सबसे अलग हैं.किन्नर गौरी एक 15 साल की बेटी मां है, जिसे उन्होंने गोद लिया था. गौरी की कहानी से प्रेरित होकर उन्हें केंद्र में रखते हुए एक विज्ञापन बना, जिसे खूब पंसद किया जा रहा है. कैसे मुंबई की एक किन्नर ने समाज की मान्यताओं को ताक पर रखकर अपनी बेटी को पाला आइए देखते हैं.