सरकार ने साफ कर दिया है कि अफजल गुरु का शव उसके परिवार को नहीं सौंपा जाएगा, लेकिन उसके सारे सामान अफजल की पत्नी के सुपुर्द किया जाने का फैसला किया गया है. अफजल के सामान में ढेर सारी किताबें, कुछ स्कार्फ, चश्मा और रेडियो शामिल हैं. पता चला है कि अफजल आडवाणी की आत्मकथा भी पड़ता था.