कहा जाता है जब तक सांस- तब तक आस. लेकिन अगर सांस के रास्ते ही शरीर में ज़हर घुलने लगे तो कैसे बचेगी ज़िंदगी. देश के बड़े शहर. ख़ास कर दिल्ली और मुंबई इन दिनों ज़हरीली हवा की गिरफ़्त में हैं.