यूपी चुनाव में हार के बाद. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों ने चुप्पी साध ली है. अब ये चुप्पी यूपी के निकाय चुनाव में कांग्रेस के अकेले लड़ने के एलान से टूटी है. यानी पसंद के लड़के इस चुनाव में साथ नहीं होंगे. आगे क्या होगा... कौन जानता है.अखिलेश और राहुल के साथ-साथ वाले पोस्टर.. यूपी को ये साथ पसंद है. राजनीति में पसंद-नापसंद और दोस्ती-दुश्मनी जैसी कोई चीज स्थायी नहीं होती है. वहां सब कुछ परिवर्तनशील है. सब समय के हाथ का खिलौना हैं. अब देखिए.. न..चार महीने पहले कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के इन दो होनहारों ने जय-वीरू वाले अंदाज में दोस्ती के शोले जलाए... अब उन शोलों में न लपटें है...न चिन्गारी.