लोकसभा चुनावों से पहले एक नारा निकला था, मोदी हैं तो मुमकिन है. अब सरकार के जब 6 महीने बीत चुके हैं तो एक नया नारा आकार ले चुका है, शाह हैं तो संभव है. नीति और रणनीति जैसे शब्दों की तरह एक नया शब्द राजनीति शास्त्र में जुड़ चुका है, शाहनीति. जिसमें सियासत का संपूर्ण साम-दाम-दंड-भेद शास्त्र समाहित है. दोस्तों से अदावत नहीं, प्रतिद्वंदियों से कोई रियायत नहीं और हारने की जिनको आदत नहीं, नाम अमित अनिलचंद्र शाह, गृहमंत्री भारत सरकार. देखें वीडियो.