जनलोकपाल पर केंद्र सरकार की टाल-मटोल की नीति से आजिज होकर समाजसेवी अन्ना हजारे ने पटना में जनसभा की और संगठित रूप से व्यवस्था परिवर्तन का अभियान चलाने के लिए एक मोर्चे के गठन का ऐलान किया.