दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करके उन्हें भले ही तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया हो लेकिन हिरासत में लेकर भी अन्ना हजारे को उपवास करने से नहीं रोका जा सका. भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम को आगे बढाते हुए उन्होंने अनशन को जारी रखा है.