तेरह घंटे में सरकार के तेवर ठंडे पड़ गए. कहां तो सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे अन्ना हजारे, लेकिन अन्ना के समर्थन में देशभर में ऐसा जनसैलाब उमड़ा कि दिल्ली पुलिस ने अचानक अन्ना हजारे को छोड़ने का फैसला कर लिया.