कांग्रेस 30 साल बाद भी सिख दंगों की काली छाया से बच नहीं पा रही है. कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे सिखों की आवाज को दबाने की कोशिश की गई. लेकिन उन दंगों के जख्म अभी भरे नहीं हैं, टीस अभी बाकी है, क्योंकि इंसाफ अभी बाकी है.