राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों की हैसियत यहां के कांग्रेसी नेताओं के निजी मुलाजिम जैसी हो गई है. गहलोत सरकार के एक और अजीबोगरीब फरमान से अब नेता और विधायक कर्मचारियों का तबादला तय कर रहे हैं.