उत्तराखंड में कुदरत ने अपना 'हिसाब' बराबर किया. ऐसे में सवाल यह है कि क्या इस कहर से बचा जा सकता था? जवाब है 'हां', तो फिर किसने दिया इस कहर को न्योता? देखिए इसी गंभीर मसले पर लंबी चर्चा...