भारत में सामाजिक, आर्थिक और जाति आधारित जनगणना के आंकड़े जुटा लिए गए हैं. खास बात यह है कि केंद्र ने जाति आधारित आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इससे भारत की हकीकत जानने में मदद मिलेगी.