केजरीवाल तानाशाह हैं. अलोकतांत्रिक हैं.. जिद्दी हैं..मुंहफट हैं.. आक्रामक हैं.. केजरीवाल के विरोधी ऐसे आरोपों की झड़ी लगाते रहे हैं और केजरीवाल ऐसे आरोप आराम से झेलते भी रहे हैं लेकिन आज केजरीवाल की सबसे बड़ी पूंजी पर प्रहार हुआ. पहली बार उनके ईमान पर उंगलियां उठीं. वो भी घर के अंदर से,,,ईमानदारी के सातवे आसमान पर उड़ने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का सबसे संगीन आरोप उनके कैबिनेट के ही एक पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने लगाया है. कपिल मिश्रा का आरोप है कि केजरीवाल ने अपने मंत्री सत्येंद्र जैन से दो करोड़ रुपये लिए और वो मेरी आंखों के सामने.