तीसरी बार दिल्ली की बागडोर संभालते हुए केजरीवाल कामयाबियों के उस माउंट एवरेस्ट पर खड़े थे जहां से उनको समूचे देश की राजनीति का नक्शा साफ-साफ दिखाई दे रहा होगा. बहुत आसान नहीं होगा कि पांच साल लगातार राज चलाइए और फिर सामने बीजेपी जैसी पार्टी हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा सुपर स्टार प्रचारक हो, तमाम कैबिनेट मंत्रियों की गुजारिश हो और 300 सांसदों का दलबल गली-गली घूम रहा हो और इन सबके बीच से कोई जीत का झंडा गाड़ दे. ऐसे में उसकी दृष्टि दिल्ली से ज्यादा फैल जाती है. देश भर में. देखें ये रिपोर्ट.