दिल्ली की सरकार बड़ी तेजी से फैसले ले रही है. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार के पास 48 घंटे और बचे हैं. आखिर क्यों? क्या उन्होंने यह मान लिया है कि वह विधानसभा में विश्वासमत हासिल नहीं कर पाएंगे?