बाबा रामदेव ने कहा है कि उन्हें या उनके संस्थान को फेमा मामले में कोई सरकारी नोटिस नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि मुझे बदनाम करने का अभियान इसलिए चलाया जा रहा है क्योंकि मैंने काला धन के खिलाफ मुहिम शुरू की.