पहले जनता को कोसा जाता है और उसके बाद तेंदुलकर पर निशाना साधा गया. बाल ठाकरे ने सामना में सचिन की खिंचाई की है कि उन्होंने एक बयान में कहा था कि एक महाराष्ट्रीयन से पहले वो एक भारतीय हैं. क्या बाल ठाकरे का बयान हताशा का परिचायक है?। राय पढ़ें