भोपाल में कैदी अब इंजीनियर बन रहे है. इसके लिए सेंट्रल जेल में बकायदा इन्हें तीन साल का डिप्लोमा कोर्स कराया जा रहा है. इसमें प्रदेश भर में लगभग डेढ़ सौ कैदी इंजीनियरिंग का कोर्स कर रहे हैं.