कुर्सी क्या ना कराएं कभी दोस्ती तो कभी दुश्मनी कराएं. ताजा उदाहरण, लालू और नीतीश की दोस्ती रंग लाई है. जेडीयू के पवन वर्मा और गुलाम रसूल राज्यसभा सांसद के लिए हुए चुनाव में जीत गए है. दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों की हार हुई है.