कोई अमिताभ से दूर भाग रहा है तो कोई क़रीब आ रहा है. गुजरात के ब्रैंड एम्बैसडर के तौर पर नरेंद्र मोदी अमिताभ की जय जयकार कर रहे हैं तो बीजेपी के ही एक नेता उन्हें कॉमनवेल्थ खेलों का ब्रांड एम्बैसडर बनाने की वक़ालत कर रहे हैं. आख़िर इन बढ़ती हुई क़रीबियों के मायने क्या हैं.