सोनिया गांधी के ड्रीम प्रोजेक्ट खाने के हक को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. सोनिया का मानना है कि उनका एक बिल यूपीए-2 की कई परेशानियों को एक झटके में मिटा देखा. लिहाजा समस्या भगाने के इस फार्मूले को पूरा करने के लिए कांग्रेस ने अन्ना के लोकपाल को थोड़ा और लटका दिया है. यानि पहले पेटपूजा फिर काम कोई दूजा.