ऐसा लगता है कि मनमोहन सिंह अब किंग नहीं हैं. दागी सांसदों और विधायकों को बचाने वाले अध्यादेश पर राहुल गांधी की चली और सरकार को उनके आगे घुटने टेक देने पड़े. पंद्रह मिनट में ही अध्यादेश वापस लेने का फैसला ले लिया गया.