रुचिका की मौत के जिम्मेदार एसपीएस राठौड़ को उसके किए की सज़ा दिलाने की मुहिम चंडीगढ़ से चेन्नई और पठानकोट से पटना तक शुरू हो चुकी है. हर कोई ये मानता है कि रुचिका को इंसाफ़ मिलना चाहिए. चाहे इसके लिए कानून ही क्यों ना बदलना पड़े.